![](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/87082814/photo-87082814.jpg)
नई दिल्ली 25 साल पहले राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली ने एक साथ टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था। तब भारतीय क्रिकेट में एक नए युग का आगाज हुआ था। अब ये जोड़ी दोबारा एक साथ धूम मचाते नजर आने वाली है। सौरव गांगुली जहां बीसीसीआई हेड हैं तो द्रविड़ का भी टीम इंडिया का हेड कोच बनना लगभग तय है। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने इसका ऐलान होने से पहले ही ये खबर आप तक पहुंचा दी थी। अब आज भारतीय बोर्ड की ओर से उसी पोजिशन के लिए आवेदन मंगाया गया है। मुख्य कोच के अलावा सपोर्ट स्टाफ में बोलिंग, बैटिंग समेत फील्डिंग के लिए भी अगल कोच की जरूरत है। क्या सारी शर्तों पर फिट बैठते हैं द्रविड़? आप ऊपर लिखी लाइन को इग्नोर भी कर सकते हैं, क्योंकि द्रविड़ काफी मान मनौव्वल के बाद ही राजी हुए हैं। इसलिए हेड कोच पोजिशन के लिए हो रहे पूरे सिलेक्शन प्रोसेस को खानापूर्ती ही मानना चाहिए। फिर भी जान लीजिए कि बीसीसीआई ने अपने उस विज्ञापन में लिखा क्या है। टीम इंडिया का हेड कोच बनने के लिए शर्तें क्या-क्या है?
- आयु नियुक्ति के वक्त 60 साल से कम हो। इस कोच पैनल का कार्यकाल दो साल का होगा। मुख्य कोच के साथ 14-16 सपोर्ट स्टाफ होगा।
- कम से कम 30 टेस्ट या 50 ODI मैच का अनुभव।
- इंटरनेशनल टेस्ट टीम में बतौर हेड कोच न्यूनतम दो साल का अनुभव
- या फिर एसोसिएट सदस्य/IPL टीम/ किसी विदेशी लीग या फर्स्ट क्लास टीम का 3 साल तक कोच रहा हो
- या फिर BCCI की ओर से लेवल-3 सर्टिफिकेट (कोचिंग)
- खेल के तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया के प्रदर्शन की जिम्मेदारी
- भारतीय मेंस टीम में अनुशासन, कोड ऑफ कंडक्ट बनाए रखना
- एनसीए हेड के साथ मिलकर प्रथम श्रेणी क्रिकेट के लिए नए प्रोग्राम
- चयनकर्ताओं के साथ मिलकर घरेलू क्रिकेट में नई प्रतिभा तलाशना
- खिलाड़ियों के साथ सपोर्ट स्टाफ के वर्कलोड मैनेजमेंट पर भी नजर
- 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद टीम ने कोई टूर्नामेंट नहीं जीता
- अगले साल वर्ल्ड टी-20 जीतने के बाद 2023 का 50 ओवर वर्ल्ड कप
- वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और एशिया कप भी 2023 में होना है
- दो-दो कप्तान और ड्रेसिंग रूम में सीनियर-जूनियर के बीच सामंजस्य
No comments:
Post a Comment