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नागपुरमहज आठ साल की उम्र में वेदिका पाल ने अपना पहला नेशनल मेडल जीतकर सनसनी मचा दी। घर में पिता के साथ तीन साल पहले शतरंज की पहली चाल सीखी थी। अब वही नन्हीं बिटिया जब अंडर-8 राष्ट्रीय शतरंज चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल लाई तो पापा का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। ऑल इंडिया चेस फेडरेशन (AICF) ने अलग-अलग आयु वर्ग के लिए चयन टूर्नामेंट ऑनलाइन रैपिड फॉर्मेट में आयोजित किया था। बालिकाओं की 11 राउंड मीट में वेदिका बेहद करीबी अंतर से गोल्ड से चूक गई। टाइम प्रेशर में फंसने के चलते वह तमिलनाडु की पूजा श्री आर से हार गई। 135 प्रतिभागियों के बीच वेदिका ने 83वीं सीड से अपने सफर का आगाज किया था। 1211 परफॉर्मेंस रेटिंग और 8.5 पॉइंट्स के साथ वेदिका तीसरे पोजिशन पर रही। गोल्ड वाली पूजा श्री 10 अंक के साथ नंबर वन तो तेलंगाना की समहिता ने नौ पॉइंट्स के साथ सिल्वर जीता। इस पोडियम फिनिश के साथ वेदिका पश्चिमी एशिया चेस चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व कर पाएंगी। यह टूर्नामेंट भी 18 सितंबर से 20 सितंबर के बीच ऑनलाइन ही होगा। इस इंटरनेशनल इवेंट को श्रीलंका चेस फेडरेशन आयोजित करेगा।
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