नई दिल्ली () इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कोई शतक नहीं लगा पाए। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सेंचुरी का उनका सूखा काफी लंबा हो गया। हालांकि पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने कोहली का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि कोहली अपने बल्ले से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई रेकॉर्ड्स तोड़ेंगे। कोहली जब भी मैदान पर उतरते हैं तो उनके प्रशंसकों को बड़े स्कोर की उम्मीद होती है। भारतीय कप्तान का बल्ला हालांकि काफी समय से रूठा हुआ है। वह अपनी छवि और लोगों की अपेक्षाओं के हिसाब से नहीं खेल पा रहे हैं। कई जानकारों का मानना है कि शायद कप्तानी का दबाव कोहली पर भारी पड़ रहा है। भारत के वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता तो कोहली कप्तान के रूप में इतने रन नहीं बनाते। कप्तान के रूप में कोहली ने 65 टेस्ट मैचों में 5500 से ज्यादा रन बनाए हैं। इसमें 20 सेंचुरी और 17 हाफ सेंचुरी शामिल हैं। वहीं एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोहली ने कप्तान के रूप में 21 शतक और 27 अर्धशतक लगाए हैं। कपिल ने कहा, 'इतने साल से जब वह रन बना रहे थे तब किसी ने नहीं कहा कि कप्तानी का असर उनकी बल्लेबाजी पर पड़ रहा है। अब अचानक ये सवाल क्यों उठने लगे हैं। लोग राय देने लगे हैं। किसी भी खिलाड़ी के जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। जब उन्होंने वे दोहरे शतक और इतने सारे शथक लगाए, तब कोई दबाव नहीं था क्या? इसका अर्थ है कि कप्तान पर चर्चा नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा उनकी क्षमताओं पर चर्चा की जानी चाहिए।' कपिल ने कहा कि एक बार कोहली जब दोबारा अपनी लय हासिल कर लेंगे तो वे फिर बड़े स्कोर बनाने लगेंगे। कोहली का टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक स्कोर 254 रन का है लेकिन कपिल को लगता है कि कोहली टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगा सकते हैं। कपिल ने कहा, 'ग्राफ बेशक ऊपर-नीचे गया है पर ऐसा कब तक होगा? 28 से 32 साल की उम्र ऐसी होती है जब आपका करियर निखरता है। वह अब अनुभवी और परिपक्व हैं। अगर वह अपने पुराने फॉर्म में लौटते हैं तो विराट सिर्फ सेंचुरी या डबल सेंचुरी ही नहीं लगाएंगे बल्कि वह 300 रन की पारी भी खेलेंगे। वह अब पहले से ज्यादा परिपक्व हैं और बात जब कोहली की जाती है तो फिटनेस की कोई समस्या नहीं है। उन्होंने सिर्फ खुद को पहचान करने की और बड़ा स्कोर बनाने की जरूरत है।'
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