![](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/84451151/photo-84451151.jpg)
नई दिल्लीतोक्यो ओलिंपिक-2020 में पदक की सबसे मजबूत दावेदार मानी जा रहीं विनेश फोगाट ने गुरुवार को मीडिया से एक अपील की। उन्होंने निवेदन किया कि कृपया ऐथलीटों के बारे में दी गई जानकारी जांच-पड़ताल के बाद ही लिखें। उन्होंने साथ ही बताया कि पिता का निधन जब हुआ तब उनकी उम्र महज 9 वर्ष थी। कई बार पब्लिक में उनके बड़े पिता और गीता-बबीता के पिता महावीर फोगाट का नाम विनेश के पिता के तौर पर लिखा जाता है। इस बात से वह आहत हैं। विनेश ने ट्विटर पर अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने लिखा- सभी से निवेदन है कि ऐथलीटों की फैमिली के बारे में जांच-पड़ताल के बाद ही लिखें। जब मैं 9 वर्ष की थी तो पिता राजपाल फोगाट का निधन हो गया था। और हां, उनकी मौत किसी भूमि विवाद में नहीं हुई थी। मेरी मां ने मेरी, भाई और बहन की अकेले ही परवरिश की। उन्होंने आगे लिखा- महावीर फोगाट मेरे पिता के बड़े भाई हैं। कई बार उन्हें मेरा पिता बताया जाता है। कृपया इस तरह की पर्सनल जानकारी जांचने के बाद ही छापें। मैं अपने पिता की यादों का सम्मान करती हूं और यह आहत करने वाली बात है कि आपके बारे में ऐसी पर्सनल बातें गलत लिखी जाएं। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन पहले यानी 13 जुलाई को तोक्यो जाने वाले ऐथलीटों से रूबरू हुए थे। इस दौरान पीएम ने विनेश से भी बात की और उनके बड़े पिता महावीर फोगाट से भी। पीएम ने महावीर से पूछा था कि अपनी बेटियों को किस चक्की का आंटा खिलाते हैं। इसके बाद कुछ मीडिया संस्थानों ने अपनी रिपोर्ट्स में महावीर को विनेश का पिता बताया था, जिससे विनेश की भावनाएं आहत हुईं।
No comments:
Post a Comment