देशवासी क्रिकेट को दीवानगी की हद तक प्यार करते हैं तो हॉकी को भी दिलो-जान से चाहते रहे हैं। लेकिन इधर कुछ समय से हॉकी के प्रति देशवासियों के लगाव में कमी देखने को मिल रही है। यह कोई सामान्य बात नहीं है कि जिस देश में हॉकी टीम के अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन से खुशी या मायूसी का माहौल बनता रहा हो, वहां टीम यूरोप का सफल दौरा करके लौट आई और देशवासियों की ओर से किसी भी तरह की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई। वह भी तब, जब कोरोना के कारण टीम एक साल के अंतराल के बाद कोई अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रही थी।
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