![](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/80464133/photo-80464133.jpg)
नई दिल्ली बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी (Border-Gavaskar Trophy) में भारत के स्टैंड-इन कप्तान रहे अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ने () के गेम-प्लान को लेकर बात की है। रहाणे ने बताया है कि पंत अपने खेल को लेकर काफी गंभीर हैं। रहाणे ने कहा, 'ऋषभ पंत (Rishabh Pant) इकलौते विकेटकीपर बल्लेबाज हैं जिन्होंने इंग्लैंड (England) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) दोनों देशों में टेस्ट में सेंचुरी लगाई है। वह सेट होना चाहते हैं। और वह सेट होने के बाद लगातार विपक्षी टीम पर अटैक करना चाहते हैं।' हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत में रहाणे (Rahane) ने बताया कि कैसे पंत के आक्रामक खेल ने भारत को ऑस्ट्रेलिया में सीरीज (India vs Australia) जीतने में मदद की। रहाणे (Rahane) ने कहा, 'पंत ने जब ऑस्ट्रेलिया में पिछली बार सेंचुरी लगाई थी, और इंग्लैंड में- वे सब इसी स्टाइल की थीं। उनकी बल्लेबाजी से एक बात साफ होती है कि शुरू में सेट होने में वह थोड़ा वक्त लेते हैं लेकिन एक बार नजरें जमने के बाद वह अकेले अपने दम पर विपक्षी टीम से जीत छीन लेते हैं।' पंत के खराब शॉट सिलेक्शन पर खूब बात होती है। हालांकि रहाणे को लगता है कि पंत को अपना नैसर्गिक खेल जारी रखना चाहिए। पंत ने ऑस्ट्रेलिया में तीन टेस्ट मैचों में ऐसा करना जारी रखा। पंत ने ऑस्ट्रेलिया में तीन टेस्ट मैचों में 68.50 के औसत से 274 रन बनाए। उन्होंने सिडनी में ताबड़तोड़ 97 रन खेलकर भारत के लिए जीत की उम्मीद जगा दी थी। 23 वर्षीय इस बल्लेबाज ने गाबा में फिर दमदार खेल दिखाया और नाबाद 89 रन बनाकर भारत को जीत दिलाई। ऑस्ट्रेलिया को 32 साल में ब्रिसबेन में हार का सामना करना पड़ा। रहाणे ने कहा, 'वह अपने गेमप्लान को लेकर काफी सजग हैं। यह रणनीति सिडनी में भी काम कर गई, जहां उन्होंने 97 रन बनाए थे। वह बहुत निराश थे कि सेंचुरी नहीं बना पाए। उन्होंने ब्रिसबेन में भी ऐसी ही पारी खेली। अब हमें पता है कि वह किस तरह का क्रिकेट खेलना पसंद करते हैं।' ऑस्ट्रेलिया में दमदार खेल के बाद पंत को इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के पहले दो मैचों के लिए टीम में शामिल किया गया है।
No comments:
Post a Comment