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नई दिल्ली भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने माना है कि हार्दिक पंड्या ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज में अपने प्रदर्शन से उन्हें गलत साबित कर दिया है। संजय मांजरेकर ने एक अंग्रेजी अखबार को कहा था, 'मेरे विचार और चयन इतने सालों की मेरी सीख से बने हैं कि अगर आप टीम में विशेषज्ञों को रखते हैं तो आपकी टीम उसी आधार पर बन जाती है।' उन्होंने कहा था, 'मुझे जडेजा से कोई समस्या नहीं है। मुझे वाइट बॉल क्रिकेट में उस तरह के क्रिकेटरों से समस्या है। यहां तक कि हार्दिक पंड्या भी मेरी टीम में नहीं होंगे। इस तरह के क्रिकेटर टीम में एक भ्रम पैदा करते हैं।' हालांकि ऑस्ट्रेलिया में हार्दिक पंड्या की परिपक्व बल्लेबाजी ने मांजरेकर को अपने विचार बदलने पर मजबूर किया। मांजरेकर ने माना कि वह वनडे क्रिकेट में पंड्या की बल्लेबाजी को लेकर आश्वस्त नहीं थे। उन्होंने टि्वटर पर अपनी बात रखी। उन्होंने लिखा, 'मैं 50 ओवर क्रिकेट में हार्दिक पंड्या के पूर्ण बल्लेबाज के रूप में खेलने को लेकर उलझन में था। अब नहीं हूं।' भारतीय ऑलराउंडर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुधवार को समाप्त हुई सीरीज में पंड्या बतौर विशेषज्ञ बल्लेबाज खेले। पहले मैच में उन्होंने वनडे क्रिकेट में अपना सर्वाधिक स्कोर बनाया और तीसरे मैच में उसे पार कर लिया। पंड्या ने पहले मैच में 90 रन बनाए हालांकि इस मैच में भारत को 66 रन से हार का सामना करना पड़ा। दूसरे मैच में उन्होंने 28 रन बनाए और चार ओवर गेंदबाजी भी की। इस मैच में उन्होंने स्टीव स्मिथ का विकेट भी लिया। वहीं बुधवार को एक बार फिर उनके बल्ले का दम देखने को मिला। पंड्या ने यहां परिपक्व पारी खेली। जल्दी विकेट गिरने के बाद उन्होंने रविंद्र जडेजा के साथ मिलकर भारत के स्कोर को 300 के पार ले गए। तीसरे मैच में 92 रनों की पारी खेली। उन्होंने रविंद्र जडेजा के साथ 150 रन की साझेदारी की। जब यह साझेदारी साथ आई तब भारत का स्कोर 5 विकेट पर 152 रन था। इसके बाद स्कोर 5 विकेट पर 302 रन तक पहुंचा। भारतीय टीम ने यह मुकाबला 13 रन से जीता। हार्दिक पंड्या इस मुकाबले में मैन ऑफ द मैच रहे।
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