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बेंगलुरु भारतीय महिला हॉकी टीम की मिडफील्डर ने जोर देकर कहा है कि अगले साल होने वाले तोक्यो ओलिंपिक खेलों में पदक जीतना टीम का अंतिम लक्ष्य है। तोक्यो ओलिंपिक 2020 का आयोजन इस साल जुलाई-अगस्त में होना था लेकिन कोविड-19 (Covid- 19) महामारी के कारण इसे अगले साल के लिए स्थगित कर दिया गया है। 23 साल की नेहा ने कहा, 'इस समय हमारा ध्यान केवल तोक्यो ओलिंपिक पर है। हम पिछले कुछ महीनों से अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं और अगले कुछ महीनों में अपने खेल में बेहतर करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।' उन्होंने कहा, 'एफआईएच महिला सीरीज फाइनल्स जीतने के साथ एफआईएच को जीतकर तोक्यो ओलिंपिक का टिकट हासिल करना, हमारे लिए 2019 बेहतरीन साल रहा। हाल के वर्षों में हमने शीर्ष टीमों के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया है, जिससे तोक्यो में इतिहास बनाने को लेकर हमारा भरोसा बढ़ा है। तोक्यो ओलिंपिक में पदक जीतना हमारा आखिरी लक्ष्य है।' नेहा ने भारतीय टीम के लिए अब तक 75 मैच खेली हैं। उन्होंने कहा, 'मेरे लिए यह वास्तव में कठिन था। जब मैं पांचवीं कक्षा में थी, तब से ही मैंने हॉकी खेलना शुरू किया था। मेरी मां हमें पर्याप्त भोजन करने के लिए दिन-रात मेहनत करती थी। ऐसे में मेरे उपकरणों के लिए कुछ पैसे बचाना बहुत मुश्किल था।' नेहा भारत की पूर्व कप्तान प्रीतम रानी सिवाच को अपनी प्रेरणा मानती हैं। नेहा ने कहा, 'बचपन में अखबार में उनकी फोटो देखकर मैं स्थानीय मैदान में उनका खेल देखने जाती थी। उन्होंने मुझ से एक दिन मैदान आने का कारण पूछा तब मैंने कहा कि मैं भी खेलना चाहती हूं।'
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