खेल डेस्क. पूर्व बॉक्सिंग चैंपियन माइक टायसन का कहना है कि उन्हें मौत से डर नहीं लगता और वे इसका इंतजार कर रहे हैं। 53 वर्षीय टायसन 1987 में 20 वर्ष की उम्र में हैवीवेट चैंपियन बनने वाले सबसे युवा बॉक्सर बने थे। उन्होंने कहा, ‘‘अब वो दिन जा चुके हैं। जीना मरने से ज्यादा कठिन हो सकता है। मैं जानता था कि ट्रेनिंग या फाइट के दौरान मेरी मौत हो सकती थी। लेकिन मैं डरा नहीं क्योंकि कोई मारने वाला हो तो मैं मार देता।’’
उन्होंने आगे कहा कि मुझे नहीं पता कि यह सही है। क्योंकि जीने के लिए काफी साहस लगता है। बिना हिम्मत के आप जिंदगी की दुश्वारियों को झेल नहीं सकते। जीना यात्रा है, संघर्ष है। लोगों के पास सबकुछ होता है, फिर भी वे जी नहीं पाते हैं।हम खुद को संजीदगी से लेते हैं।सोचते हैं कि हम कुछ हैं। लेकिन हकीकत यह है कि हम कुछ भी नहीं हैं। इससे पहले, टाइसन ने कहा था कि बॉक्सिंग से सन्यास के बाद उन्हें जिंदगी में खालीपन लगता है।
2013 में टायसन ने कहा था- मरना नहीं चाहता
2005 में दिए एक इंटरव्यू में टायसन ने खुद को नाकाम इंसान बताया था। उन्होंने मिशनरी से जुड़ने की इच्छा भी जताई थी। 2013 में ड्रग्स की लत ने उन्हें मौत के करीब पहुंचा दिया था। लेकिन उन्होंने कहा था, मैं मरना नहीं चाहता, सादगी भरा जीवन जीना चाहता हूं।
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