नई दिल्ली क्रिकेट के इतिहास में आज के दिन वह हुआ जो पहले कभी नहीं हुआ था। एक टीम उस स्कोर पर ऑल आउट हुई जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती। क्या आप यह सोच सकते हैं कि कोई टीम सिर्फ 26 के स्कोर पर पविलियन लौट सकती है। जी, पूरी टीम सिर्फ इसी स्कोर पर निपट जाए। तो, आज के इतिहास में क्रिकेट की यह घटना के बारे में जानना आपके लिए रोचक होगा। ऑकलैंड का मैदान था। 25 मार्च 1955 को शुरू हुए टेस्ट मैच का तीसरा दिन। इंग्लैंड के कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज लेन हटन का यह आखिरी टेस्ट मैच था। न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 200 रन बनाए। जॉन रीड 73 रन बनाए और सलामी बल्लेबाज बेट सटक्लिफ ने 49 रनों की पारी खेली। इंग्लैंड की ओर से ब्रायन स्टेथम ने चार विकेट लिए। इग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 246 रन बनाए। कप्तान हेटन नें संभलकर बल्लेबाजी करते हुए 143 गेंद पर 53 रन की पारी खेली। वहीं पीटर मे ने 48 रन बनाए। अब आई न्यूजीलैंड की दूसरी पारी। वही पारी जो इतिहास बन गई। न्यूजीलैंड की टीम इंग्लैंड से 46 रन पीछे थी। और टीम को छह के स्कोर पर गॉरडन लोगार्ट के रूप में पहला झटका लगा। तेज गेंदबाज फ्रेंक टायसन ने उन्हें हटन के हाथों कैच आउट करवाया। इसके बाद विकेट गिरने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह थमा नहीं। न्यूजीलैंड लगातार विकेट खोता रहा। उसके चार बल्लेबाज खाता नहीं खोल पाए। और सलामी बल्लेबाज ब्रेट सटक्लिफ के अलावा किसी ने दहाई का आंकड़ा भी नहीं छुआ। सटक्लिफ ने 11 रन बनाए। कुल मिलाकर पूरी टीम सिर्फ 27 ओवर ही टिक पाई। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज बॉब एप्लीयार्ड ने छह ओवर में सात रन देकर न्यूजीलैंड के चार बल्लेबाजों को पविलियन की राह दिखाई। वहीं पहले पारी मे चार विकेट लेने वाले स्ताथम ने दूसरी पारी में भी तीन विकेट लिए। टायसन के साथ दो और बाएं हाथ के स्पिनर जॉनी वॉर्डली ने एक विकेट लिया। इंग्लैंड ने मुकाबला पारी और 20 रन से जीता। और इसके साथ ही दो टेस्ट मैचों की सीरीज भी 2-0 से अपने नाम की।
टीम |
स्कोर |
पारी |
बनाम |
मैदान |
कब |
न्यूजीलैड |
26 |
3 |
इंग्लैंड |
ऑकलैंड |
25 मार्च, 1955 |
साउथ अफ्रीका |
30 |
4 |
इंग्लैंड |
पोर्ट एलिजाबेथ |
13 फरवरी, 1896 |
साउथ अफ्रीका |
30 |
2 |
इंग्लैंड |
बर्मिंगम |
14 जून, 1924 |
साउथ अफ्रीका |
35 |
4 |
इंग्लैंड |
कैपटाउन |
1 अप्रैल, 1899 |
साउथ अफ्रीका |
36 |
1 |
ऑस्ट्रेलिया |
मेलबर्न |
12 अप्रैल, 1932 |
ऑस्ट्रेलिया |
36 |
2 |
इंग्लैंड |
बर्मिंगम |
29 मई, 1902 |
आयरलैंड |
38 |
4 |
इंग्लैंड |
लॉर्ड्स |
24 जुलाई, 2019 |
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