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खेल डेस्क. दुनियाभर को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस के बीच पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद ने एक खुलासा किया है। उन्होंने 25 मार्च, 1992 वर्ल्ड कप के फाइनल को याद करते हुए दावा किया कि मैच के दौरान वे किसी अजीब वायरल के शिकार हो गए थे। तब डॉक्टर को भी उनकी बीमारी का पता नहीं चल सका था। तब पाकिस्तान टीम ने इमरान खान की कप्तानी में एकमात्र खिताब अपने नाम किया था। उस मैच में मियांदाद ने 98 गेंद पर 58 रन की पारी खेली थी, जबकि इमरान ने सबसे ज्यादा 72 रन बनाए थे।
मियांदाद ने यूट्यूब वीडियो में कहा- ‘‘हम इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल खेले थे। मुझे आज भी यकीन नहीं होता कि हम जीते कैंसे। मेरा तब एक ही मकसद था कि पिच पर टिका रहूं। लेकिन तब मुझे पेट की बिमारी हो गई थी, जिससे मुझे दौड़ने में भी तकलीफ हो रही थी। मैं अपने शॉट नहीं खेल पा रहा था। मुझे अजीब वायरस हो गया था। फाइनल में मैं पसीना-पसीना हो गया था। मुझे लग रहा था कि मेरे अंदर जान ही नहीं बची है। मैंने इसके बाद डॉक्टर को भी दिखाया, लेकिन किसी को बीमारी के बारे में पता नहीं चला था।’’
मियांदाद-इमरान ने की 139 रन की साझेदारी
फाइनल में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 249 रन बनाए थे। इसके जवाब में इंग्लैंड 227 रन पर ही सिमट गई थी। मैच में पाकिस्तान के दो विकेट 24 रन पर ही गिर गए थे। इसके बाद इमरान और मियांदाद ने तीसरे विकेट के लिए 139 रन की अहम साझेदारी की थी। मैच में इंजमाम उल हक ने 46 गेंद पर 42 रन और वसीम अकरम ने 18 गेंद पर 33 रनों की पारी खेली थी। जबकि अकरम और मुश्ताक अहमद ने 3-3 विकेट लिए थे। मियांदाद ने पाकिस्तान के लिए 124 टेस्ट में 8832 और 233 वनडे में 7381 रन बनाए हैं।
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