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मुंबईन्यू जीलैंड के खिलाफ टी-20 इंटरनैशनल सीरीज में भारतीय टीम ने 5-0 की एकतरफा जीत दर्ज की। इस जीत में मिडल ऑर्डर के बल्लेबाज मनीष पांडे के प्रदर्शन की सराहना हो रही है। खासकर स्काई स्टेडियम में चौथे मुकाबले में खेली गई 36 गेंदों में नाबाद 50 रनों की पारी की। उन्हें छठे नंबर के लिए उपयुक्त बल्लेबाज माना जाने लगा है। तमाम उतार-चढ़ाव के बीच कर्नाटक के कप्तान अपना मुकाम पाते दिख रहे हैं। यहां तक पहुंचने का सफर मनीष के लिए कतई आसान नहीं रहा है। आईपीएल इतिहास में शतक लगाने वाले पहला भारतीय, 2009 में साउथ अफ्रीका में लगाया था, बनने वाले इस बल्लबाज को 2015 में टी-20 इंटरनैशनल में डेब्यू का मौका मिला। इसके बाद से भारत ने 81 मैच खेले हैं, जबकि मनीष महज 38 का ही हिस्सा रहे हैं। हालांकि, उनका प्रदर्शन प्रभावी रहा है। 707 रनों के दौरन उनका औसत 47.13 का है, जबकि स्ट्राइक रेट 126.54 है। बैटिंग क्रमों की बात करें तो उन्होंने छठे नंबर से पहले 10 बार नंबर 4 पर, 14 बार नंबर 5 पर और नंबर 7 पर एक बार बैटिंग की है। अब प्रभावी प्रदर्शन के बाद लग रहा है कि छठे नंबर पर कप्तान विराट कोहली उन्हें मौका देते रहेंगे। दरअसल, न्यू जीलैंड के खिलाफ सीरीज में उन्हें 4 बार बैटिंग का मौका मिला और उन्होंने क्रमश: 14*, 14*, 50* और 11* रन बनाए। सभी में वह नाबाद लौटे। इस बारे में मनीष कहते हैं, 'नंबर 5 पर बैटिंग करूं या 6 पर... कोई फर्क नहीं पड़ता है। मुझे 6 नंबर पर टीम ने रोल दिया है, जो मैं पूरी करने की कोशिश कर रहा हूं। हां, अगर और ऊपर आने का मौका मिला तो वह मेरे लिए अधिक फायदेमंद होगा।' उन्होंने टीम में प्रतिस्पर्धा पर बात करते हुए कहा, 'टीम में बैटिंग के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा है। हर बल्लेबाज अच्छा कर रहा है।' उन्होंने कोच रवि शास्त्री से मिली सलाह के बारे में बात करते हुए कहा, 'रवि भाई ने मुझसे बात की थी। उन्होंने बताया था कि किस तरह अधिक से अधिक रन बटोरने के लिए क्रीज का इस्तेमाल किया जा सकता है। जब आप छठे नंबर पर बैटिंग के लिए आते हैं तो उसी तरह से बैटिंग करनी पड़ती है, जैसे कि आपसे पहले वाले बल्लेबाज ने प्लेटफॉर्म तैयार किया हुआ होता है।'
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