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केपटाउन मार्को यानसन की यह गेंद थोड़ी सी छोटी थी। पंत ने उसे ऑन साइड की ओर खेलकर एक रन पूरा किया। यह रन पूरा करते ही उन्होंने हेलमेट उतारा और दोनों हाथ आसमान में उठाए। वह ड्रेसिंग रूम की ओर जोश में इशारा कर रहे थे। कप्तान विराट कोहली समेत पूरी टीम ने खड़े होकर तालियां बजाईं। वे जानते थे कि इस पारी की अहमियत। ऋषभ पंत के बल्ले से निकला यह शतक, कमाल का है। मैच के नतीजे पर असर डालने वाला। पिच जिस पर बाकी सभी बल्लेबाज संघर्ष करते रहते नजर आए, पंत खड़े रहे। शॉट खेलते रहे। गेंदबाजों को छकाते रहे। पंत के बल्ले से निकली यह सबसे शानदार सेंचुरी कही जा सकती है। भारत की दूसरी पारी 198 पर सिमटी। इसमें से ऋषभ पंत ने नाबाद 100 रन बनाए। भारत के आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज जसप्रीत बुमराह रहे। पंत जब आउट होकर पविलियन लौट रहे थे तो कोच राहुल द्रविड़ भी बालकनी के करीब उनके लिए खड़े होकर तालियां बजा रहे थे। टीवी पर कॉमेंट्री कर रहे सुनील गावस्कर ने भी पंत की इस पारी की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा, 'मैं भी खड़े होकर सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक के लिए तालियां बजा रहा हूं।' भारत की ओर से पंत के बाद दूसरा हाईऐस्ट स्कोर 29 रहा जो कप्तान विराट ने बनाया। हालांकि कोहली ने अपनी उस पारी के लिए 143 गेंदों का सामना करना पड़ा। जब पंत ने 133 गेंदों पर अपनी सेंचुरी पूरी की। पारी के बाद गौतम गंभीर ने भी पंत की सेंचुरी की तारीफ करते हुए कहा कि पंत की यह पारी सिर्फ मैच ही नहीं बल्कि सीरीज विनिंग पारी होगी। भारत ने पहली पारी में 223 रन बनाए थे। इसके जवाब में जसप्रीत बुमराह के पांच विकेट की मदद से भारत ने साउथ अफ्रीका को 210 रन पर रोक दिया था। भारतीय टीम ने दूसरी पारी में 198 रन बनाए और साउथ अफ्रीका को 212 रन का लक्ष्य दिया है। ऋषभ पंत साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सेंचुरी बनाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर हैं। भारत के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज द्वारा साउथ अफ्रीका में बनाया गया सर्वाधिक स्कोर 90 रन था जो महेंद्र सिंह धोनी ने 2010 में सेंचुरियन में बनाया था।
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