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दुबई पहले मैच में हार झेलने के बाद भारत और न्यूजीलैंड दोनों टी-20 विश्व कप सुपर 12 चरण के मुकाबले में एक दूसरे को मात देने को बेताब है। दुबई में खेले जा रहे इस मैच के रोमांचक होने की पूरी उम्मीद है। भारत और न्यूजीलैंड को पहले मैच में पाकिस्तान ने हराया। विराट कोहली की 10 को दस विकेट से और केन विलियमसन की टीम को पांच विकेट से पराजय झेलनी पड़ी थी। ऐसे में सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदें जीवंत रखने के लिए इन दोनों टीमों को अब जीत की दरकार है। स्टेडियम पहुंची दोनों टीम इस हाईवोल्टेज मुकाबले के लिए दोनों ही टीम शेख जायद स्टेडियम पहुंच गई है। यह दोनों टीम के लिए लगभग नॉक आउट का मुकाबला होगा। भारत और न्यूजीलैंड दोनों को अपने पहले मुकाबले में पाकिस्तान के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी और अब इस मुकाबले में शिकस्त झेलने वाली टीम के लिए सेमीफाइनल के दरवाजे लगभग बंद हो जाएंगे। ग्रुप से पाकिस्तान तीनों कठिन मैच खेलकर तीनों में जीत दर्ज करके सेमीफाइनल में जगह लगभग पक्की कर चुका है। उसे अब नामीबिया और स्कॉटलैंड से खेलना है। भारत हारेगा तो क्या होगा ऐसे में दूसरे स्थान के लिए मुकाबला भारत और न्यूजीलैंड में है और जो जीतेगा, वह दूसरे स्थान पर रहेगा। यदि टीम इंडिया यहां हार जाती है तो फिर वह दुआ करेगी कि न्यूजीलैंड आगे किसी एक मुकाबले में उलटफेर का शिकार हो जाए। वहीं टीम इंडिया कमजोर टीमों पर बड़े अंतर के साथ जीत हासिल करे। ऐसी स्थिति में भारत और न्यूजीलैंड के बराबर अंक हो जाएंगे और बेहतर नेट रनरेट वाली टीम अंतिम चार में जगह बना लेगी। यहां हार छोड़ सकती है दाग टूर्नामेंट खत्म होने के बाद टी-20 फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ने की घोषणा कर चुके कप्तान विराट कोहली की कप्तानी की भी यह अग्नि परीक्षा होगी। टूर्नामेंट की शुरुआत में ही नॉक आउट की रेस से बाहर होने का दाग उनकी कप्तानी पर एक ऐसा दाग छोड़ सकती है जो शायद ताउम्र ना हटे। साथ ही यहां नाकामी के मायने हैं कि 50 ओवरों और टेस्ट प्रारूप में भी उनकी कप्तानी को लेकर सवाल उठने लगेंगे। करियर ही है दांव पर पूरी तरह से फिट नहीं होने के बावजूद खेल रहे हार्दिक पंड्या और खराब फॉर्म से जूझ रहे भुवनेश्वर कुमार भारतीय टीम की कमजोर कड़ियां साबित हुए हैं। कमर की चोट से उबरने के बाद से हार्दिक चिर परिचित फॉर्म में नहीं हैं और उनका करियर अब दांव पर लगा है। नेट पर उनका गेंदबाजी अभ्यास करना ही बता रहा है कि वह किस कदर दबाव में हैं। उनकी टीम मुंबई इंडियंस भी उन्हें आईपीएल नीलामी पूल में डालने जा रही है लिहाजा उनके पास अधिक समय नहीं बचा है। भुवनेश्वर का संभवत: यह आखिरी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है। पिछले दो सत्र में उनकी रफ्तार काफी गिरी है और दीपक चाहर जैसे युवा गेंदबाजों से प्रतिस्पर्धा अब उनके लिए कठिन हो गई है। पहले शाहीन अब बोल्ट पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में भारत को सबसे ज्यादा नुकसान तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी ने पहुंचाई थी। उनकी स्विंग लेती गेंदों के आगे टीम इंडिया के ओपनर बेबस दिखे। पिछले मैच में शाहीन थे तो अब ट्रेंट बोल्ट हैं। अब इस मैच में ओस को देखते हुए टॉस की भूमिका अहम रहेगी। ऐसे में कोहली टॉस जीतकर यह सुनिश्चित करना चाहेंगे कि उनके शीर्ष बल्लेबाजों को ओस के बीच बोल्ट की खतरनाक स्विंग नहीं झेलनी पड़े क्योंकि वह अफरीदी से भी ज्यादा कहर बरपा सकते हैं। हार्दिक या शार्दुल ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने नेट पर थोड़ी बहुत बोलिंग शुरू कर दी है लेकिन अभी भी यह नहीं कहा जा सकता कि वह पूरे दम-खम के साथ चार ओवर फेंक सकते हैं। इसके अलावा बैटिंग में भी बेदम दिखे हैं। पाकिस्तान के खिलाफ अंतिम ओवरों में उन्हें टीम के स्कोर को और मजबूत करने का मौका मिला था लेकिन वह गेंद को सही तरह से कनेक्ट भी नहीं करते दिखे। भारतीय टीम मैनेजमेंट मुकाबले की अहमियत को समझते हुए यहां कोई भी जोखिम नहीं लेते हुए हार्दिक की जगह शार्दुल ठाकुर को अंतिम एकादश में शामिल कर ले तो यह फैसला उसके हक में जा सकता है। शार्दुल ने हाल ही में खत्म हुए आईपीएल में अपनी बोलिंग से प्रभावित किया, जबकि बल्लेबाजी में वह भी बड़े शॉट्स लगाने का दम-खम रखते हैं। सूर्यकुमार या ईशान सूर्यकुमार यादव एक क्लास बल्लेबाज हैं लेकिन फिलहाल वह पूरी लय में नहीं दिख रहे हैं। हालांकि वह अभी भी अंतिम एकादश में जगह बनाने के प्रबल दावेदार हैं, लेकिन बेंच पर बैठे ईशान किशन टीम मैनेजमेंट को एक मजबूत विकल्प दे रहे हैं। आईपीएल के अंतिम मुकाबलों में ईशान ने धमाकेदार बैटिंग की और फिर प्रैक्टिस मैच में भी वह अपने उसी रूप में नजर आए। वैसे तो वह बैकअप ओपनर के तौर पर टीम में शामिल किए गए हैं, लेकिन मध्यक्रम में भी ईशान दमदार बैटिंग करते हैं और न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में सूर्यकुमार की जगह मध्यक्रम में उन्हें मौका देना एक चालाक कदम हो सकता है। भुवी या अश्विनभुवनेश्वर कुमार एक अनुभवी बोलर हैं और डेथ ओवर्स के वह स्पेशलिस्ट गेंदबाज भी हैं। लेकिन चोट से उबरने के बाद से भुवनेश्वर कुमार अभी भी अपनी लय हासिल कर रहे हैं। प्रैक्टिस मैच और फिर पाकिस्तान के खिलाफ वह बेअसर ही नजर आए। दूसरी ओर स्पिन कीवी टीम की कमजोरी है और इसका फायदा टीम इंडिया उठा सकती है। बोलिंग अटैक में भुवनेश्वर की जगह रविचंद्रन अश्विन को शामिल किया जाना एक अहम कदम हो सकता है। आमने-सामने: कुल मैच: 16 भारत जीता: 6 न्यूजीलैंड जीता: 8 संभावित प्लेइंग इलेवन: भारत: रोहित शर्मा, केएल राहुल, विराट कोहली, ऋषभ पंत, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पंड्या, रविंद्र जाडेजा, वरुण चक्रवर्ती, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह न्यूजीलैंड: मार्टिन गप्टिल, टिम सीफर्ट, केन विलियमसन (कप्तान), डेवोन कॉन्वे, ग्लेन फिलिप्स, जिमी नीशम, मिचेल सैंटनर, ईश सोढ़ी, ट्रेंट बोल्ट, टिम साउदी, एडम मिल्ने पिच व मौसमदुबई की पिच में शुरुआत में बहुत जान नजर आती है जिसका फायदा तेज गेंदबाज उठा सकते हैं। बल्लेबाजों के लिए शुरुआती ओवर्स आसान नहीं होने वाले। दूसरी इनिंग्स में ओस की भूमिका अहम हो रही है। ऐसे में टॉस जीतकर रनों का पीछा करना यहां अच्छा विकल्प होगा। अधिकतम तापमान 34 डिग्री तक जाने की उम्मीद है।
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