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नई दिल्लीभारतय महिला हॉकी टीम को अर्जेंटीना से तोक्यो ओलिंपिक के सेमीफाइनल में हार मिली। अर्जेंटीना ने यह मुकाबला शुरुआत में पिछड़ने के बाद 2-1 से अपने नाम करते हुए फाइनल का टिकट कटा लिया। टीम जब मैदान पर उतरी तो एक रोचक बात यह देखने को मिली कि अर्जेंटीना के लिए बेहद खास जर्सी नंबर-8 को किसी खिलाड़ी ने नहीं पहना था। दरअसल, कभी इस जर्सी की टीम में तूती बोलती थी। एक महान महिला हॉकी खिलाड़ी ने इस पहनकर 17 वर्ष तक दुनिया के तमाम मैदानों को अपनी करिश्माई स्टिक से नाप दिया था। उनका नाम है- लुसियाना ऐमार। लंदन ओलिंपिक में ध्वजवाहक रहीं लुसियाना ने FIH प्लेयर ऑफ द इयर अवॉर्ड रेकॉर्ड 8 बार अपने नाम किया। उनकी ड्रिबलिंग ऐसी थी कि लोग उन्हें हॉकी का डिएगो माराडोना (अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर) कहते थे जब उन्होंने 2014 में स्टिक खूंटी पर टांगने का फैसला किया तो साथी खिलाड़ियों सहित देश में उनकी जर्सी को रिटायर करने की मांग हुई। हालांकि, इसका ऑफिशल अनाउंसमेंट नहीं किया गया, लेकिन उसके बाद से किसी हॉकी खिलाड़ी ने इस नंबर की जर्सी नहीं पहनी। लुसियान ने महज 7 वर्ष की उम्र से हॉकी स्टिक संभाल ली थी। 1997 में पहली बार जूनियर वर्ल्ड कप खेलने वाली इस खिलाड़ी ने कुल 376 इंटरनैशनल मुकाबले खेले। इस दौरान उनके नाम 162 गोल दर्ज हुए। रेकॉर्डों की लंबी लिस्ट उनके करियर पर निगाह डाली जाए तो रेकॉर्ड और मेडल की लंबी लिस्ट है। ओलिंपिक में दो सिल्वर, दो ब्रॉन्ज तो वर्ल्ड कप में दो गोल्ड और दो ब्रॉन्ज मेडल टीम का हिस्सा रही हैं। चैंपियंस ट्रोफी में 6 गोल्ड, 3 सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल उनके नाम है।
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