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लंदनइटली और इंग्लैंड के बीच यूरो कप का फाइनल लंदन के वेंबली स्टेडियम में खेला जा रहा है। इटली की टीम पिछले 33 मैचों से अजेय है, जबकि इंग्लैंड की कोशिश 55 वर्षों का खिताबी सूखा खत्म करने के लिए उतरी है। इंग्लैंड ने आखिरी बार 1966 में इसी स्टेडियम में जर्मनी को 4-2 से हराकर विश्व कप जीता था। 02 मिनट: ल्यूक शॉ का गोल मैच शुरू होने के महज दूसरे मिनट में ही ल्यूक शॉ ने गोल करते हुए इंग्लैंड को 1-0 की बढ़त दिला दी है। उन्होंने यह गोल के. ट्रिप्पर के पास पर किया। नंबर 3 जर्सी वाले ल्यूक का यह पहला इंटरनैशनल गोल है। सेमीफाइनल का रोमांच इंग्लैंड का अभियान: इंग्लैंड ने डेनमार्क को सेमीफाइनल में 2-1 से हराने के साथ ही सेमीफाइनल में अपने हार के तिलस्म को तोड़ा। इंग्लैंड को 1990 और 2018 विश्व कप और 1996 के यूरोपियन चैंपिशनशिप के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। इंग्लैंड ने अंतिम-16 में जर्मनी को 2-0 से और क्वॉर्टर फाइनल में यूक्रेन को 4-0 से पराजित किया। डेनमार्क की टीम सेमीफाइनल में इंग्लैंड के लिए कड़ी प्रतिद्वंद्वी थी। हालांकि, उस पेनल्टी पर अभी भी विवाद चल रहा है जिसमें केन ने विजयी गोल दागा था। इटली का सफर: इटली 33 जीत के बाद यहां तक पहुंचा है। उसने सेमीफाइनल में चिरप्रतिद्वंद्वी स्पेन को हराया था। पेनल्टी शूटआउट में इटली ने स्पेन को 4-2 से हराकर यूरो कप के फाइनल में प्रवेश किया। इंग्लैंड को होम एडवांटेजसाल 1966 में इंग्लैंड ने विश्व कप खिताब अपने नाम किया था। उसके बाद से इंग्लिश टीम पहली बार किसी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है। 2018 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड का सफर सेमीफाइनल में थम गया था। इंग्लैंड के पास इस मुकाबले में होम एडवांटेज रहेगा। इटली को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है, लेकिन इंग्लैंड ने इस टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से अब तक सबका दिल जीता है।
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