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लंदन विंबलडन में रविवार रात वही हुआ जिसकी सभी को उम्मीद थी। दुनिया के नंबर एक सर्बियाई खिलाड़ी जोकोविच का जादू चला। इटली के माटेओ बेरेटिनी को उन्होंने 6-7 (4), 6-4, 6-4, 6-3 से हराया। 34 वर्षीय प्लेयर का यह लगातार तीसरा और कुल छठा विंबलडन खिताब है। इसी के साथ नोवाक जोकोविच ने 20 ग्रैंडस्लैम खिताब के रेकार्ड की भी बराबरी कर ली। जोकोविच ने बता दिया कि वह क्यों दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी हैं। मुकाबला तीन घंटे 23 मिनट तक चला। बेरेटिनी ने शुरू में कुछ ऐसी गलतियां की, जो विंबलडन जैसी प्रतियोगिता में नहीं होनी चाहिए। अपना 30वां ग्रैंडस्लैम फाइनल खेल रहे जोकोविच ने बराबरी की, लेकिन बेरेटिनी ने जल्द ही दो सेट प्वाइंट हासिल कर दिए, उन्होंने ऐस जमाकर पहले सेट प्वाइंट पर यह सेट अपने नाम किया जो एक घंटा 10 मिनट तक चला। नडाल, फेडरर की बराबरीजोकोविच ने अपने 20 ग्रैंडस्लैम में सर्वाधिक 9 ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीते। फिर छह विंबलडन खिताब हैं। नोवाक के कैबिनेट में तीन यूएस ओपन टाइटल भी हैं। इस खिलाड़ी ने सबसे कम दो फ्रेंच ओपन टाइटल जीते हैं। ऑल इंग्लैंड क्लब में सातवें फाइनल में पहुंचने वाले जोकोविच, रोजर फेडरर के बाद 30 ग्रैंडस्लैम फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे पुरुष खिलाड़ी हैं। फेडरर 31 मौकों पर ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंच चुके हैं। दिलचस्प बात यह है कि सर्बियाई खिलाड़ी सिर्फ एक सेट हारकर फाइनल में पहुंचे थे। इससे पहले, वह 2013, 2015 और 2019 में तीन मौकों पर विंबलडन फाइनल में दो सेट हार चुके हैं। ब्योर्न बोर्ग को पीछे छोड़ाजोकोविच ओपन ऐरा में रेकॉर्ड छठी बार विंबलडन जीतने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं। स्वीडन के महान प्लेयर ब्योर्न बोर्ग अब उनके पीछे हो गए। इस लिस्ट में आज भी रोजर फेडरर सबसे आगे हैं, जिनके नाम आठ खिताह हैं। अमेरिका के पीट सैम्प्रास ने सात बार विंबलडन जीता है।
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