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पैरिस अर्जेंटीना की मंगलवार को यहां तीसरी वरीयता प्राप्त इलेना स्वितोलिना को हराकर ओपन युग में टेनिस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली क्वॉलिफायर बन गईं। रोलां गैरां में पहुंचने से पहले कभी मुख्य ड्रॉ का मैच नहीं जीत पाने वाली पोदोरोस्का ने कोर्ट फिलिप चैटरियर पर खेले गए मैच में 6-2, 6-4 से जीत दर्ज की। इस तरह से उन्होंने स्वितोलिना को पिछले चार ग्रैंडस्लैम में तीसरे सेमीफाइनल में पहुंचने से रोक दिया। पोदोरोस्का ने मैच के बाद कहा, ‘मैच के बाद बात करना मेरे लिए थोड़ा मुश्किल है। मेरी अंग्रेजी बहुत अच्छी नहीं है। समर्थन के लिए सभी का आभार। मैं बहुत खुश हूं।’ उक्रेन की स्वितोलिना दूसरे सेट में 4-5 से पीछे थी तब उन्होंने दो मैच पॉइंट बचाए लेकिन पोदोरोस्का ने तीसरे मैच पॉइंट पर फोरहैंड विनर जमाया और अपना रैकेट हवा में उछालकर खुशी में झूम उठी। नादिया पोदोरोस्का ने तीसरी महिला क्वॉलिफायर खिलाड़ी हैं जिन्होंने किसी ग्रैंड स्लैम के क्वॉलिफायर में जगह बनाई है। फ्रेंच ओपन में ऐसा करने वाली वह पहली महिला खिलाड़ी हैं। उनसे पहले ऐलेक्जेंडरा स्टीवसन ने 1999 में विम्बलडन और क्रिस्टीन डॉरी ने 1978 के ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। पोदोरोस्का का यह दूसरा करियर ग्रैंड स्लैम मेन ड्रॉ है। वह 2016 के यूएस ओपन में बतौर क्वॉलिफायर खेली थीं। वहां वह पहले ही राउंड में हार गई थीं। यह फ्रेंच ओपन में उनका मेन ड्रॉ डेब्यू था।
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