![](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/78009478/photo-78009478.jpg)
नई दिल्ली भारतीय टीम मैनेजमेंट ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी () की रिटायरमेंट से पहले ही टीम इंडिया के लिए उनका विकल्प तलाशना शुरू कर दिया था। इस दौड़ में टीम मैनेजमेंट ने दिल्ली के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज () पर सबसे ज्यादा भरोसा जताया। शुरुआत में पंत को जब भी टीम इंडिया में मौका मिला तो उन्होंने खुद को साबित भी किया। लेकिन अभी पिछले कुछ समय से उनका प्रदर्शन में गिरावट दर्ज हुई है और सीमित ओवर क्रिकेट में पंत से पहले अब केएल राहुल (KL Rahul) को मौके दिए जा रहे हैं। टीम इंडिया के पूर्व मुख्य चयनकर्ता () मानते हैं कि पंत के खेल में गिरावट का कारण एमएस धोनी से खुद की तुलना करना है। प्रसाद ने कहा कि पंत अब अपने आदर्श धोनी से न सिर्फ अपनी तुलना कर रहे हैं बल्कि कई मायनों में वह उन्हें कॉपी करने की भी कोशिश कर रहे हैं, इसीके चलते उनके खेल में गिरावट आई है। टीम इंडिया के पूर्व विकेटकीपर और पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने स्पोर्ट्सकीड़ा के फेसबुक पेज पर दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही। धोनी की रिटायरमेंट से पहले जब टीम एक और विकेटकीपर तैयार करना चाहती थी तो पंत को इस जॉब के लिए सबसे बेहतर विकल्प समझा गया। हाल ही में एमएस धोनी ने इंटरनैशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। इसका मतलब है कि अब टीम इंडिया में विकेटकीपर स्पॉट के लिए ऋषभ पंत, केएल राहुल और संजू सैमसन में इस स्पॉट के लिए कॉम्पिटीशन चल रहा है। पंत ने साल 2018 में इंग्लैंड में अपना टेस्ट डेब्यू किया था, जल्दी ही वह इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बन गए। प्रसाद ने पंत की इस अचीवमेंट की याद दिलाते हुए कहा कि वह एक उम्दा प्रतिभा वाले खिलाड़ी हैं। लेकिन धोनी से खुद की तुलना करना इस लेफ्टहैंडर बल्लेबाज के खेल को प्रभावित कर रहा है। प्रसाद ने बताया कि जब वह टीम के मुख्यचयनकर्ता थे तो उन्होंने पंत को यह समझाया था कि वह धोनी से खुद की तुलना न करें। धोनी एक अलग खिलाड़ी हैं और पंत एक अलग। प्रसाद ने कहा, 'जब भी पंत दिखाई देते थे, उन्हें हमेशा ही धोनी से कंपेयर किया जाता था, इस उत्साह ने उन्हें भी जकड़ लिया। हमने कई बार उनसे बात की कि वह इससे बाहर आएं।' प्रसाद ने कहा कि पंत को धोनी की परछाई से बाहर निकलने की जरूरत है। वह शानदार प्रतिभा वाले खिलाड़ी हैं और उनमें भी टीम इंडिया में खुद को साबित करने की क्षमता है। इसीलिए टीम मैनेजमेंट ने उन्हें बार-बार मौके दिए हैं। पंत को जल्दी ही यह समझना चाहिए कि उन्हें धोनी से अपनी तुलना करने के बजाए सिर्फ अपने खेल पर फोकस करने की जरूरत है। उन्हें उन चीजों को दोहराने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, जो धोनी किया करते थे।
No comments:
Post a Comment