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वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने कहा कि नस्लवाद को भी क्रिकेट में डोपिंग और मैच फिक्सिंग की तरह गंभीरता से लिया जाना चाहिए। उन्होंने ने कहा कि टीमों को किसी भी सीरीज से पहले एंटी-डोपिंग और एंटी-करप्शन के साथ एंटी-रेसिज्म के खिलाफ जागरुक करने के लिए सेमीनार की शुरूआत करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने किसी नस्लीय भेदभाव का अनुभव नहीं किया है, लेकिन मैंने अपने आसपास ऐसा सुना या देखा है।’’
होल्डर ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि नस्लवाद किसी भी तरह डोपिंग या भ्रष्टाचार से अलग है। इसके लिए अलग से जुर्माना लगाया जाना चाहिए। अगर हमने खेल के अंदर भी इन मामलों को देखा है, तो हमें उनके साथ समान रूप से निपटना चाहिए।’’
खिलाड़ी पर आजीवन प्रतिबंध लग सकता है
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) की गवर्निंग बॉडी के एंटी-रेसिज्म कोड के तहत कोई खिलाड़ी तीसरी बार दोषी पाया जाता है, तो उस पर आजीवन प्रतिबंध लग सकता है। वहीं पहली बार गलती के लिए 4 टेस्ट या 8 मैचों में खेलने पर प्रतिबंध लगता है।
सरफराज पर लगा था 4 मैच का प्रतिबंध
पिछले साल पाकिस्तान टीम के कप्तान रहे सरफराज अहमद ने दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर एंडिले फेहुलक्वायो पर नस्लवादी टिप्पणी की थी। इसके बाद सरफराज को 4 मैचों का प्रतिबंध झेलना पड़ा था।
आईसीसी ने गेल और सैमी का साथ दिया
इसी महीने वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डेरेन सैमी और क्रिस गेल ने भी कहा था कि उन्हें कई बार नस्लवाद का सामना करना पड़ा। उन्होंने ब्लैक लाइव्स मैटर्स कैम्पेन में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। आईसीसी ने भी ट्वीट कर इनका साथ दिया था। ब्लैक लाइव्स मैटर्स कैम्पेन अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लायड की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद सामने आया था।
इंग्लैंड-वेस्टइंडीज सीरीज में हो सकता है नस्लवाद का विरोध
इंग्लैंड अगले महीने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के दौरान वेस्टइंडीज के सांथ मिलकर नस्लवाद के विरोध करने पर विचार करेगा। वेस्टइंडीज को इंग्लैंड में तीन टेस्ट की सीरीज खेलना है। पहला मैच 8 जुलाई से होगा। कोरोना के बीच करीब 3 महीने बाद इस सीरीज से इंटरनेशनल क्रिकेट की भी वापसी होगी।
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