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नई दिल्ली आज भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान और सलामी बल्लेबाज का 43वां जन्मदिन है। आज ही के दिन सन 1977 में उनका जन्म दिल्ली में हुआ। बाएं हाथ की इस बल्लेबाज की तुलना डेविड गावर से की जाती थी। गौरतलब है कि इंग्लैंड के पूर्व सलामी बल्लेबाज गावर अपनी एलिगेंस और खूबसूरत शॉट्स के लिए जाने जाते थे। चोपड़ा ने भारत के लिए चार वर्ल्ड कप खेले। वह 100 अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच खेलने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर थीं। उन्हें उनके प्रदर्शन के लिए उन्हें अर्जुन अवॉर्ड और पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वह कॉमेंटेटर के रूप में एक सफल पारी खेल रही हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू हुआ अंतरराष्ट्रीय करियर अंजुम ने 17 साल की उम्र में न्यूजीलैंड के खिलाफ फरवरी 1995 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत थी। और इसके बाद कुछ महीने बाद इंग्लैंड के खिलाफ नवंबर 1995 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट करियर का सफर शुरू किया। भारत के लिए अपनी दूसरी ही सीरीज में उन्होंने प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब हासिल किया था। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ उस वनडे सीरीज में 67.5 के औसत से रन बनाए थे। कैसा रहा करियर अंजुम ने 12 टेस्ट मैचों की 20 पारियों में 548 रन बनाए। वहीं 127 वनडे इंटरनैशनल मैचों में 2856 रन बनाए जिसमें एक शतक शामिल था। 18 टी20 इंटरनैशनल में 241 रनों का योगदान दिया। पूरा परिवार है खिलाड़ी
- अंजुम एक खिलाड़ियों के परिवार से आती हैं। उनके नाना वेदप्रकाश साहनी एक ऐथलीट थे जिन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व भी किया। इसके अलावा वह एक क्रिकेट कॉमेंटेटर भी रहे।
- अंजुम के पिता कृष्ण बाल चोपड़ा एक गोल्फर थे।
- मां पूनम चोपड़ा, यूं तो होममेकर हैं, लेकिन गुडईयर कार रैली जीत चुकी हैं।
- भाई निर्वाण चोपड़ा ने दिल्ली के लिए अंडर-17 और अंडर-19 क्रिकेट खेला है।
- मामा रोहित साहनी ने यूनिवर्सिटी स्तर पर क्रिकेट खेला है।
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