![](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/73603247/photo-73603247.jpg)
नई दिल्लीभारतीय टीम ने ऑकलैंड में 203 रनों का पहाड़ सीरीका लक्ष्य पाते हुए न्यू जीलैंड को सीरीज के पहले टी-20 में 6 विकेट से हराया। बड़ा लक्ष्य था और मैदान भी विदेशी था, लेकिन टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर ने जिस ढंग से खेला वह वाकई काबिलेतारीफ है। इसे बाद मिडल ऑर्डर ने भी कमाल किया। सबसे बड़ी बात यह है कि भारतीय टीम की केएल राहुल को विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर इलेवन में रखने की रणनीति के कारगर होने का मतलब युवा बल्लेबाज की मुश्किलों का बढ़ना होगा। दिल्ली के इस ताबड़तोड़ बल्लेबाज को टीम मैनेजमेंट ने पूरा विश्वास जताते हुए लगातार मौके दिए, लेकिन पंत ने हर मोर्चे पर निराश किया। विकेटकीपिंग में वह शुरू से अच्छे नहीं थे और बैटिंग में भी वह अपनी भूमिका समझने में नाकाम रहे। यह अगल बात है कि टीम मैनेजमेंट ने उन्हें तब भी टीम में बरकरार रखा, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में वह चोटिल हो गए और राहुल ने उनकी जगह विकेटकीपिंग की भूमिका निभाई। फिलहाल राहुल के हाथों में लड्डू फिलहाल कप्तान कोहली केएल की दोहरी भूमिका से संतुष्ट नजर आ रहे हैं और जब तक राहुल का बल्ला बोलेगा तब तक नहीं लगता कि दस्ताने उनके हाथों से बाहर आएंगे। राहुल जिस फॉर्म में हैं उसे देखते हुए ऋषभ पंत को फिलहाल तो मौका मिलते नजर नहीं आ रहा है। इस बारे में विराट ने भी कहा था कि केएल राहुल राहुल द्रविड़ की तरह विकेटकीपिंग करके टीम का संतुलन बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। स्ट्रैटिजी में भी सफलताटीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने अपनी नई स्ट्रैटिजी के तहत एक बार फिर विकेटकीपिंग के लिए ऋषभ पंत पर केएल राहुल की तरजीह दी, जिसकी वजह से उन्हें एक अतिरिक्त बल्लेबाज को एकादश में शामिल करने का मौका मिला। मुकाबले में बल्लेबाजी में गहराई लाने की विराट की रणनीति काम कर गई। पांचवें नंबर पर उतरे शिवम दुबे के फेल होने के बावजूद भारतीय खेमा ज्यादा परेशान नहीं दिखा, क्योंकि छठे क्रम पर मनीष पांडे जैसा टिकाऊ बल्लेबाज क्रीज पर उतरा। मनीष ने एक छोर को संभालकर श्रेयस को खुलकर खेलने का मौका दिया। श्रेयस ने मनीष के साथ 62 रन की नॉट आउट पार्टरनशिप के दौरान 22 बॉल पर 48 रन ठोक डाले, जिससे टीम इंडिया ने 6 बॉल रहते ही 204 रन के टारगेट को हासिल कर लिया।
No comments:
Post a Comment