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इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने कहा है इमरान खान चीन में उईगर मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाएं। अफरीदी ने एक ट्वीट में यह मांग की। उनका यह बयान बेहद अहम है। दरअसल, पाकिस्तान सरकार वैसे तो दुनियाभर के मुस्लिमों के हित की बात करती है लेकिन चीन के उईगर मुस्लिमों के बारे में एक शब्द भी नहीं बोलती। अफरीदी ने कश्मीर मुद्दे पर प्रधानमंत्री के साथ पीओके समेत कई रैलियों में हिस्सा लिया। उनका यह बयान इमरान के लिए धर्मसंकट खड़ा कर सकता है।
अफरीदी ने ट्वीट में क्या कहा?
अफरीदी ने रविवार शाम एक ट्वीट किया। कहा, “उईगर मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार की खबरों से दिल दुखी है। मैं प्रधानमंत्री इमरान खान से अपील करता हूं कि वो इस बारे में जरूर बोलें। जब हम दुनियाभर के मुस्लिमों के बीच एकता की बात करते हैं तो इसमें हमारे चीन में रहने वाले उईगर भाई और बहनें भी शामिल हैं। मैं चीनी दूतावास से भी अपील करता हूं कि वो इस मसले पर मानवता का परिचय दें और वहां के मुस्लिमों के साथ उचित व्यवहार करें।
उईगर समुदाय के लिए अलग जेल
उईगर मुस्लिमों के मुद्दे पर चीन की अंतरराष्ट्रीय आलोचना होती रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस समुदाय के लोगों के लिए अलग जेल बनाए गए हैं। ब्रेनवॉश की कोशिश की जा रही है। चीन और अमेरिका के बीच कुछ दिनों पहले इसी मुद्दे पर काफी आरोप-प्रत्यारोप हुए। हाल ही में एक संस्था ने गूगल अर्थ के जरिए ऐसे 209 जेलों की पहचान की थी, जहां उईगर मुस्लिमों को रखा गया है। इनके लिए अलग से 74 लेबर कैम्प भी बनाए गए हैं। पेंटागन के एक अफसर रेंडल श्राईवर ने भी हाल ही में कहा था कि 30 लाख उईगरों को जेलों में रखा गया है। हालांकि, चीन ने इन खबरों को आधारहीन बताया था।
पाकिस्तान क्यों चुप?
इमरान ही नहीं, पाकिस्तान की पूर्व सरकारें भी उईगर मुस्लिमों के मुद्दे पर चुप रहीं। इसकी वजह ये है कि चीन इस वक्त पाकिस्तान का सबसे बड़ा साझेदार है। सीपेक और रक्षा समेत कई करोड़ डॉलर के प्रोजेक्ट पाकिस्तान में चीन के कर्ज से ही चल रहे हैं। कुछ महीने पहले इमरान अमेरिका दौरे पर थे। एक टॉक शो में उनसे उईगर मुस्लिमों से जुड़ा सवाल किया गया। जवाब में इमरान ने सिर्फ इतना कहा कि उन्हें इस मुद्दे पर कोई जानकारी नहीं है।
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