रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर हुए अख्तर जब अपनी लय में होते थे, तो वह किसी भी बल्लेबाज के लिए खौफ का दूसरा नाम माने जाते थे। हालांकि अख्तर का नाम हर बार उनके खेल के कारण ही सुर्खियों में नहीं रहा बल्कि विवादों के साथ उनका नाता चोली-दामन की तरह रहा।
शोएब अपने करियर में कई बार वह साथी खिलाड़ियों से भी भिड़ते नजर आए और क्रिकेट अथॉरिटीज के साथ भी उनकी नोंकझोंक चलती रही। अपने करियर में अपने खेल से ज्यादा वह चोट और विवादों के कारण ही सुर्खियों में रहे। साल 2006 में उन पर ड्रग्स के आरोप भी लगे और एक साल बाद साथी खिलाड़ी मोहम्मद आसिफ के साथ वह झगड़े के चलते सुर्खियों में खूब रहे।
इस सुपरफास्ट बोलर के तेज बोलिंग के चलते कई जानकारों ने उनके बोलिंग ऐक्शन पर सवाल उठाए। उन पर थ्रो बोलिंग का संदेह भी हुआ और इसके चलते उन्हें अपने बोलिंग ऐक्शन में बदलाव करना पड़ा। 46 टेस्ट खेलने वाले इस तेज गेंदबाज ने किसी टेस्ट में 12 मौकों पर 5 विकेट और 4 मौकों पर 10 विकेट लेने का कारनामा किया है।
शोएब अख्तर ने साल 2011 में हुए वर्ल्ड कप के बाद इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। इस टूर्नमेंट में पाकिस्तान की टीम सेमीफाइनल तक पहुंची थी। सेमीफाइनल में पाकिस्तान का सामना भारत से हुआ था और शोएब अख्तर इस मैच में प्लेइंग XI का हिस्सा नहीं थे।
🧢 46 Tests, 163 ODIs, 15 T20Is ☝️ 438 international wickets 📊 25.02 average 💥 36.04 strike-rate Happy birthday to… https://t.co/MtIk6u9OYT
— ICC (@ICC) 1597286041000
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