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नई दिल्ली आज ही के दिन सन 1995 में भारतीय टीम ने चौथी बार का खिताब जीता था। शारजाह में भारतीय कप्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। श्रीलंका की टीम ने निर्धारित 50 ओवर में सात विकेट पर 230 रन बनाए। आसांका गुरुसिंहा ने सबसे ज्यादा 85 रन बनाए। भारत की ओर से वेंकटेश प्रसाद ने 32 रन देकर दो विकेट लिए वहीं अनिल कुंबले ने 50 रन देकर दो विकेट लिए। भारत के लिए मनोज प्रभाकर औस ने सधी शुरुआत की। प्रभाकर जब 9 रन बनाकर आउट हुए उस समय स्कोर 48 रन था। 10 रन बाद सचिन भी आउट हो गए। उन्होंने 41 गेंद पर 41 रन बनाए। इसके बाद और मोहम्मद अजहरुद्दीन ने मिलकर भारतीय पारी को आगे ले जाने का काम किया। इन दोनों ने कोई और विकेट नहीं गिरने दिया। भारत ने 42वें ओवर में दो विकेट खोकर 233 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। सिद्धू ने 106 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से नाबाद 84 रन बनाए वहीं अजहर 89 गेंद पर 90 रन बनाकर नॉट आउट रहे। उन्होंने अपनी पारी में पांच चौके और दो छक्के लगाए। इन दोनों के बीच हुई 175 रन की पार्टनरशिप ने भारतीय टीम को आसान जीत दिलाई। अजहर को अपनी पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया वहीं सिद्धू मैन ऑफ द सीरीज रहे।
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