नई दिल्लीभारतीय टीम ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बोलिंग का फैसला किया। टॉस के बाद जब प्लेइंग इलेवन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने एक बदलाव के रूप में दीपक चाहर का नाम किया, जिन्हें पिछले मैच में चोट की वजह से बाहर होना पड़ा था। कप्तान कोहली ने बताया कि दीपक की जगह टीम में शामिल हुए हैं। वह आज वनडे इंटरनैशनल डेब्यू कर रहे हैं। आइए जानें, उनके बारे में कुछ रोचक बातें...देखें- कभी प्रति मैच मिलते थे 200 रुपयेरणजी ट्रोफी में सैनी दिल्ली के लिए खेलते हैं, हालांकि वह हरियाणा के करनाल से हैं। यही नहीं, बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि एक वक्त ऐसा भी था जब सैनी को करनाल में लोकल टूर्नमेंट में खेलने के 200 रुपये प्रति मैच मिलते थे। एक और रोचक बात यह है कि 2013 तक सैनी लेदर बॉल नहीं, बल्कि टेनिस बॉल क्रिकेट खेला करते थे। यूं आए दिल्ली रणजी टीम मेंदिल्ली के पूर्व मीडियम पेसर सुमित नरवाल ने करनाल प्रीमियर लीग के दौरान सैनी को देखा तो वह उनकी गति से काफी आकर्षित हुए। सैनी का अगला पड़ाव दिल्ली टीम का नेट सेशन रहा। यहां उन्होंने पूर्व इंटरनैशनल क्रिकेटर गौतम गंभीर को अपनी बोलिंग से आकर्षित किया। गंभीर ने उन्हें दो जोड़ी जूते दिए और नेट पर लगातार आने को कहा। यहीं से दिल्ली क्रिकेट से सैनी की पहचान शुरू हुई। पढ़ें- वेस्ट इंडीज के खिलाफ ही किया था टी-20 डेब्यूउल्लेखनीय है कि नवदीप ने इसी वर्ष 3 अगस्त को वेस्ट इंडीज के खिलाफ टी-20 इंटरनैशनल करियर का आगाज किया था। जब टीम इंडिया विंडीज दौरे पर गई थी। इस मैच में उन्होंने करिश्माई गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 17 रन देते हुए 3 विकेट झटके थे। निकोलस पूरन उनके पहले शिकार थे। उन्होंने अब तक 5 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले हैं जिनमें 6 विकेट झटके। करियर संवारने में गंभीर का अहम रोलउन्हें दिल्ली क्रिकेट टीम में लाने का अहम रोल गौतम गंभीर का रहा। पूर्व रणजी कप्तान ने चयनकर्ताओं को सैनी को रणजी टीम में लेने का सुझाव दिया। 2013-14 सीजन में सैनी टीम में चुन भी लिए गए। यहां से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2017-18 सीजन में दिल्ली को फाइनल तक पहुंचने में सैनी का अहम रोल रहा। वह 8 मैचों में 34 विकेट लेकर टीम के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज भी रहे। गंभीर ने कहा था- एक दिन भारत के लिए खेलोगेसैनी को 2018 में जब अफगानिस्तान के खिलाफ इकलौते टेस्ट के लिए पहली बार इंटरनैशनल टीम में शामिल किया गया तो उन्होंने गंभीर को अपना मेंटॉर बताते हुए तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि मैं जब भी गंभीर के बारे में बात करता हूं तो खुद को भावुक पाता हूं। जब मैंने दिल्ली के लिए कुछ मैच खेले तो उन्होंने ही कहा था कि अगर मैं ऐसे ही अच्छा प्रदर्शन और मेहनत करता रहा तो जल्द ही टीम इंडिया के लिए खेलूंगा। उन्होंने मुझे पहचाना, जिसका अंदाजा मुझे भी नहीं था। जब मैं उनकी बातों को सोचता हूं तो खुश होता हूं।
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